संपूर्ण प्लास्टिक चक्र पर एक नारीवादी दृष्टिकोण से आलोचनात्मक नज़र भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि प्लाास्टिक समस्या को केवल उपभोक्ता उपयोग पैटर्न या कॉस्मेटिक उत्पादों में हानिकारक माइक्रोप्लास्टिक तक सीमित नहीं किया जा सकता है। इसके विपरीत, प्लास्टिक चक्र का प्रत्येक चरण अलग-अलग लिंग-विशिष्ट अनुभवों और जोखिमों को दर्शाता है।